Overhead Wires in Indian Trains: 7 चौंकाने वाले तथ्य जिनके बारे में कम लोग जानते हैं
Overhead Wires in Indian Trains: 7 चौंकाने वाले तथ्य जिनके बारे में कम लोग जानते हैं
भारतीय रेलवे दुनिया का सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क है, और इसमें सबसे बड़ी भूमिका निभाती हैं वे तार जिन्हें हम ऊपर देखते हैं — Overhead Wires in Indian Trains। यही बिजली की लाइनें हैं जो लोकल और एक्सप्रेस ट्रेनों को पावर देती हैं।

हर दिन लाखों लोग मुंबई, कोलकाता, चेन्नई और दिल्ली जैसे शहरों में लोकल ट्रेन से सफर करते हैं। आपने भी देखा होगा कि ट्रेन की छत से एक पैंटोग्राफ ऊपर उठता है और तार को छूता है। यही तार यानी Overhead Wires in Indian Trains ट्रेन को चलने के लिए बिजली देती हैं।
What Are Overhead Wires क्या होते हैं?
Overhead Wires in Indian Trains को तकनीकी भाषा में Overhead Equipment (OHE) कहा जाता है। ये तार 25,000 वोल्ट (25 kV AC) की बिजली लेकर चलते हैं और ट्रेन के इंजन या लोकल ट्रेन के मोटर्स तक बिजली पहुंचाते हैं।
मुख्य हिस्से:
- Messenger Wire – ऊपर वाला तार जो सपोर्ट करता है।
- Contact Wire – नीचे वाला तार जिसे पैंटोग्राफ छूता है।
- Pantograph – ट्रेन की छत पर लगा उपकरण जो बिजली खींचता है।
- Mast & Insulator – पोल और इंसुलेटर जो तार को पकड़कर रखते हैं।

How Do Overhead Wires in Indian Trains Work? कैसे काम करती हैं
- ग्रिड से बिजली लेकर रेलवे सब-स्टेशन तक लाई जाती है।
- वहां से बिजली 25 kV AC में कन्वर्ट होकर ओवरहेड तारों में जाती है।
- ट्रेन का पैंटोग्राफ तार को छूकर बिजली खींचता है।
- यह बिजली मोटर को चलाती है और ट्रेन पटरियों पर दौड़ती है।
- करंट वापस पटरियों के जरिए सब-स्टेशन तक लौट जाता है।
Why Indian Railways Use Overhead Wires? ज़रूरत क्यों है
- High Power: लोकल ट्रेनें लाखों यात्रियों को रोज ढोती हैं। बैटरी सिस्टम इतना पावर नहीं दे सकता।
- Cost Efficient: डीज़ल से सस्ता और पर्यावरण के लिए बेहतर।
- Fast Speed: इलेक्ट्रिक इंजन ज्यादा तेज़ और स्मूथ चलते हैं।
- Environment Friendly: प्रदूषण कम होता है।
Safety Concerns of Overhead Wires in Indian Trains कितने सुरक्षित हैं
- ये तार 25,000 वोल्ट की बिजली ले जाते हैं।
- इन्हें छूना जानलेवा हो सकता है।
- रेलवे स्टेशन पर चेतावनी बोर्ड पर लिखा रहता है: “OHE Live – Danger 25,000V”.
- नियम: तारों पर चढ़ना या ट्रेन की छत पर जाना सख्त मना है।

Overhead Wires in Indian Trains और Pantograph का Connection
Pantograph ट्रेन की छत पर लगा होता है। यह स्प्रिंग और आर्म सिस्टम से बना होता है और तार से लगातार टच में रहता है। ट्रेन हिलती-डुलती है लेकिन पैंटोग्राफ स्लाइडिंग तरीके से तार से जुड़ा रहता है।
Modernization of Overhead Wires in Indian Trains भारतीय ट्रेनों में ओवरहेड तारों का आधुनिकीकरण
भारतीय रेलवे लगातार विद्युतीकरण (Electrification) बढ़ा रही है।
- 2030 तक पूरा नेटवर्क इलेक्ट्रिक करने का लक्ष्य।
- नई टेक्नोलॉजी: High Tension OHE, Automatic Tensioning System, Smart Monitoring Sensors।
- लोकल ट्रेनों में अब 3-Phase AC Motors जो बिजली का इस्तेमाल ज्यादा बेहतर तरीके से करते हैं।
7 Powerful Facts About Overhead Wires in Indian Trains ओवरहेड तारों के 7 ज़बरदस्त फैक्ट्स
- भारत में अभी 80% ट्रैक इलेक्ट्रिक हो चुका है।
- हर लोकल ट्रेन का एक पैंटोग्राफ लगातार तार से जुड़ा रहता है।
- एक लोकल ट्रेन रोज़ाना हज़ारों यूनिट बिजली खाती है।
- डीज़ल की तुलना में 20-30% सस्ता ऑपरेशन।
- तेज़ और स्मूथ एक्सेलरेशन।
- प्रदूषण लगभग शून्य।
- सुरक्षा के लिए हर 2-3 किमी पर सेक्शन इंसुलेटर लगे होते हैं।
Conclusion
Overhead Wires in Indian Trains भारतीय रेलवे के लिए जीवन-रेखा की तरह हैं। इनके सहारे ही लोकल और एक्सप्रेस ट्रेनें बिना किसी बाधा के दौड़ पाती हैं। यह तकनीक न सिर्फ़ यात्रा को तेज़ और सुलभ बनाती है बल्कि ऊर्जा की बचत और पर्यावरण संरक्षण में भी अहम भूमिका निभाती है। अधिक जानकारी के लिए Indian Railways Electrification देख सकते हैं।
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